वक़्त ये भी गुज़र जायेगा

थोड़ा मुश्किल वक्त है
माना थोड़ा सा सख़्त है
पर वक़्त ये भी गुज़र जायेगा
कल खुशनुमा महौल फिर आएगा

दोस्तों से मिल न भी पाओ अगर
कॉल पर बात करना जरूरी है
ये माना की थोड़ी मजबूरी हैं
पर मुस्कुराना भी तो जरूरी है

हवाएं न हो खुशगवार भले ही
ज़िन्दगी फिर खिल ही जाएगी
थोड़ा इंतज़ार करना हो हमें पर
कोई सूरत तो निकल ही जाएगी

लोग जंगे सब भूल जाते है
जब ज़माने कई बीत जाते हैं
किस तरह हँस के लड़ें थे हम
बस किस्से यही याद रह जाते है

थोड़ा मुश्किल वक्त है
माना थोड़ा सा सख़्त है
वक़्त ये भी गुज़र जायेगा
कल खुशनुमा माहौल फिर आएगा

वक़्त ये भी गुज़र जायेगा.......








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