चाय

चाय सिर्फ चाय नहीं, एक बहाना है

यारो के साथ बैठे दिल की बात सांझा करने का 

भागती जिंदगी मैं थोड़ा रुक सकून की सांस लेने का 

कुछ घड़ी ख्वाइशों और ख्वाबो में खो जाने का


गिरती बारिश में दूर से ही बैठे बैठे भीगने का 

बीती बिछड़ी यादों में थोड़ा और गहरा डूबने का

हर चुस्की के साथ जिंदगी और ज़्यादा महसूसने का 


दोस्तों,  ये  सिर्फ चाय नहीं एक बहाना है


फिर चलने से पहले, कुछ ठहरने और संभलने का 

बाहर का शोर छोड़, अपने भीतर झाँकने का

तुमसे दिल ही दिल में दो चार बातें करने का 


बहाना है,खूबसूरत जिंदगी को खामोशी से सराहने का 

चाय के धुए से कुछ खुशबू और गर्मी चुराने का 

और कितने अनमोल हैं ये पल, खुद को बताने का 


चाय सिर्फ चाय नहीं, एक बहाना है ये कहने का 


कि ज़िन्दगी ठहर जरा, मुझे कुछ और जीने दे 

कुछ और अपनी मीठी गर्म चुस्किया लेने दे 

हाथो से फिसलने से पहले मेरी सांसे छूने दे 


चल पडूंगा उस रास्तें  पे जहाँ तू ले चलेगी 

बस एक पल को इसी मोड़ पे खड़ा रहने दे 

जो जैसा है उसे कुछ और देर वहीँ थमा रहने दे 


तो यारो मानोगे तुम भी..... 

कि चाय सिर्फ बहाना है कुछ लम्हे ज़िन्दगी जीने का 





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