इश्क़ होना चाहिए

 

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इश्क़ की गलियों में दिल बदनाम होना चाहिए

आशिक़ो में अब तो मेरा नाम होना चाहिए 


प्यार के एहसास का बस इस तरह इज़हार हो

कुछ  कहो या न कहो, महसूस होना चाहिए


जान भी देदूं मैं अपनी आशिकी में अब सनम
इश्क़ में मजनू सा एक, महबूब होना चाहिए


तेरी  ख़ुशी के वास्ते, हैं ज़ख्म कितने ये लियें

अश्क़ तो पिलएंगे हम, तू खुश भी होना चाहिए


मैं लुटादूँ  तुझपे अपनी ज़िन्दगी की हर ख़ुशी

चहरे सा मासूम तेरा दिल भी होना चाहिए


है नहीं काफी ये कहना, इश्क़ हमको है बहुत

हैं अगर जज़्बात दिल में, दर्द होना चाहिए 


प्यार में तड़पन है कितनी, तुम न समझोगे अभी 

मुझसा ही अब, तुझको मुझसे इश्क़ होना चाहिए 


क्या करोगी इश्क़ की उस आग में जल के निधि 

उसको भी तो वो जमाना याद होना चाहिए 


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